रामायण के प्रकार
- 24 April 2020
देवगुरु बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा गया है और यह ब्रह्माण्ड का सबसे बड़ा ग्रह और सबसे शुभ ग्रह मन जाता है |जन्म कुंडली में गुरु की स्थिति से जातक के जीवन के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें पता चलती है। इसकी धनु और मीन राशि है, कर्क राशि में यह उच्च का और मकर राशि में नीच का फल प्रदान करता है |
हर तरह महीनों बाद गुरु अपना राशि परिवर्तन करता है और यह होता है | गुरु के गोचर को एक बड़ा राशि परिवर्तन कहा जाता है |
नवम्बर 5, 2019, मंगलवार को 06:42 बजे यह वृश्चिक राशि से अपनी खुद की राशि धनु राशि में प्रवेश करेगा |
इस गोचर का क्या असर होगा राशियों पर
मेष
बृहस्पति आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेंगे। बृहस्पति आपके भाग्य स्थान के स्वामी होने के साथ साथ आपके बारहवें भाव के स्वामी है |
यह गोचर आपके लिए शुभ समाचार ले कर आ रहा है, भाग्य का उत्तम सहयोग मिलेगा |
आपके धार्मिक विचार बढ़ेंगे, आप किसी तीर्थयात्रा पर भी जा सकते हैं |
व्यापारियों के जो पहले घाटे हुए है उससे उबरने में यह समय आपकी खूब मदद करेगा |
नौकरी पेशा लोगों को प्रोमशन मिलेगा, मनचाहा ट्रांसफर भी हो सकता है |
पारिवारिक सुख में भी वृद्धि के योग है |
नवविवाहित एवं संतान की अभिलाषी लोगों की मनोकामना पूर्ण होगी |
सरकार का सहयोग प्राप्त होगा |
धन प्राप्ति के अनेकों संयोग बनेंगे |
गोचर आपके लिए शुभता ले कर आ रहा है |
वृषभ
देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में होगा।
अष्टम गुरु आर्थिक आजादी पर नियंत्रण लगा देगा | इस साल बचत को ध्यान दें और संभल कर चलें |
अष्टम भाव में गुरु के गोचर से आपको जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस गोचर काल में आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा, बाहर के तले-भुने भाेज्य पदार्थों से परहेज करें नहीं तो आपको पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
शोध करने वाले छात्र इस समय अपने शोध पत्र पर काम करें तो शोध को नया आयाम दे सकते हैं |
लेखक इस समय का सदुपयोग कर के किसी अच्छी पुस्तक के रचना कर सकते हैं |
कोई अशुभ समाचार मिलने से आपका मन व्यथित हो सकता है।
अनचाही यात्राएं इस दौरान आपको परेशान करेंगी।
अगर आपने किसी से उधार लिया है तो इस अवधि में चुकाना पड़ सकता है जिससे आर्थिक स्थिति कमजोर होगी।
नौकरी पेशा लोगों के लिए यह समय बहुत अच्छा नहीं रहेगा आपको मनचाहे परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
बृहस्पति ग्रह के प्रभाव से धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ सकती है।
मन की शांति के लिए आप योग और ध्यान का सहारा ले सकते हैं।
मिथुन
गुरु ग्रह का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा। गुरु ग्रह आपके सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं।
सप्तम भाव को विवाह और साझेदारियों का भाव कहा जाता है |
अगर देखा जाए तो यह गोचर आपके लिए अच्छा फलित होता दिखाई दे रहा है |
विवाह सम्बन्धी परेशानी में सुधार आएगा | आपके वैवाहिक जीवन में नए जोश का संचार होगा, जीवनसाथी को ले कर घूमने का प्लान बनेगा |
जीवनसाथी के साथ मधुर सम्बन्ध बनेंगे | जिन जातकों के तालमेल में कमी थी इस काल में उस तालमेल में सुधार होगा |
गुरु ग्रह के शुभ प्रभावों से आपका आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा।
धन का निवेश करेंगे | प्रेमी जोड़ों के लिए भी ये गोचर अत्यंत शुभ साबित होगा |
वाणी के प्रभाव से सामाजिक जीवन में भी आप अच्छे फल प्राप्त कर पाएंगे।
अपनी बुद्धिमत्ता से आप जीवन की कई कठिनाइयों का डटकर इस समय मुकाबला करेंगे।
कर्क
बृहस्पति देव का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा। स्वास्थ के हिसाब से यह समय अच्छा नहीं दिख रहा है |
आपको इस समय अपने शारीरिक के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना होगा |
नौकरी पेशा लोग कार्यक्षेत्र में बहुत समझदारी से कार्य करें कोई सहकर्मी आपकी जड़ में तेजाब डालने का प्रयास करेगा |
वाणी पर नियंत्रण बहुत जरुरी है, वाणी के कारण मित्र भी शत्रु बन सकते हैं |
साझेदारी में व्यापार करने वाले लोगों को धन संबंधी मामलों में अपने साझेदार पर नज़र बनाए रखनी होगी।
पैतृक संपत्ति को लेकर आप अपने भाई-बहनों से विवाद हो सकता है |
जीवनसाथी पर शक करने से बचें | इस अवधि में आपको लोन लेना पड़ेगा | छात्रों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा प्रतियोगी परीक्षाओं में आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे।
विशेष सलाह :- सोच समझ कर कोई निर्णय लें, अन्यथा समस्या विकराल हो सकती है |
सिंह
बृहस्पति देव का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा।
पंचम भाव संतान भाव होने के साथ साथ नए सम्बन्ध, विद्या और ज्ञान का भी भाव है ।
यह गोचर आपके लिए लाभदायक साबित होगा। आपका धार्मिक भाव बढ़ेगा |
संतान की तरफ से शुभ समाचार प्राप्त होंगे |
धन, पद, प्रतिष्ठा के हिसाब से यह अच्छा समय है |
व्यापारिओं को लाभ होगा, नौकरीपेशा लोगों को भी प्रमोशन के योग है |
किसी मित्र से आत्मीय सम्बन्ध बनेंगे | नवदम्पतियों को संतान सुख मिलेगा |
आपके ज्ञान में वृद्धि होगी, ज्योतिष, धर्म और आध्यात्म या पारलौकिक विषयों में रुझान बढ़ेगा |
इस समय आप नया वाहन या प्रोपर्टी खरीदने का भी मन बना सकते हैं।
कुल-मिलाकर गुरु का यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा।
कन्या
गुरु का यह गोचर आपके चतुर्थ भाव में है, इससे मातृ पक्ष पर विचार किया जाता है।
चतुर्थ भाव में गुरु के गोचर से आपको जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में माता-पिता के साथ आपके मतभेद होंगे जिसकी वजह से आपके वैवाहिक जीवन पर भी फर्क पड़ेगा।
परिस्थितियों को अपने अनुकूल करने के लिए आपको बहुत शांति से काम लेना होगा |
इस दौरान होने वाले मानसिक अंतर्द्वंद से आपको आपका गुरु निकालेगा
स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आपको प्रयास करने होंगे। आपकी बहुत सी परेशानियों का कारण आपकी निष्क्रियता है।
नौकरीपेशा लोगों के लिए यह समय अच्छा रहेगा उनके काम की प्रसंशा होगी, सम्मान मिलेगा |
व्यापारियों के लिए धन की कमी का योग है | कुल मिला के यह गोचर आपके लिए शुभ नहीं है |
तुला
बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होने जा रहा है। आपके तृतीय भाव के साथ-साथ बृहस्पति आपके षष्ठम भाव के भी स्वामी है।
तीसरे भाव में गुरु ग्रह का गोचर उतना शुभ नहीं है ।
इस दौरान आपके अंदर आलस्य की अधिकता रहेगी यदि आलस्य पर आपने जीत पा ली तो आपकी पोजीशन में बेहतरी होगी, समय में सुधार होगा |
प्रोमशन होने की भी सम्भावना है | रुके हुये कार्यों में गति आएगी |
आलस्य और कार्य को टालने के आदत को बदलें | यह समय ऐसा है जिसमें आप अपने जीवन का नया अध्याय लिख सकते हैं परन्तु अध्याय आप ही लिख सकते है इसमें जरा भी आलस किया तो समय ख़राब होते देर ना लगेगी |
इस राशि के कुछ जातकों को अपने निवास स्थान में परिवर्तन करना पड़ सकता है।
इस अवधि में आपको अनावश्यक यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं।
बिज़नेस और नौकरी करने वाले इस राशि के जातकों को इस समय अपने काम की गति बढ़ाने की जरुरत है।
किसी दूसरे को आरोपित करने की जगह अपने को निखारने की कोशिश करें।
आप धार्मिक कार्यों में हिस्सा ले सकते हैं।
वृश्चिक
बृहस्पति ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में होगा। इस भाव को धन भाव भी कहा जाता है।
जनवरी 2020 से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा | फंसे हुए पैसे मिलने का योग है |
पारिवारिक जीवन में आपके प्रयास द्वारा खुशहाली आएगी |
कार्य करने की स्थिति में अनुकूलता आएगी |
व्यापार और नौकरी में वृद्धि होने का योग है |
गुरु के गोचर के दौरान घर में किसी मांगलिक कार्य के होने की भी संभावना है।
आध्यात्मिक जीवन में आप एक नया स्टेप रख सकते है | ज्योतिष एवं पारलौकिक ज्ञान में आपक रुझान में वृद्धि होगी |
धनु
बृहस्पति देव आपकी राशि यानि आपके लग्न भाव में गोचर करने वाले हैं। आपके लग्न भाव के साथ-साथ देव गुरु आपके चतुर्थ भाव के भी स्वामी हैं।
आपके जीवन के हर क्षेत्र में इस समय भाग्य आपका साथ देगा।
लोगों का भरपूर समर्थन मिलेगा | स्वास्थ जो पिछले कई समय से साथ नहीं दे रहा था उसमें सुधार होगा |
आपकी ऊर्जा में वृद्धि होगी, इसी ऊर्जा से आप नए कार्यों को दिशा दे पाएंगे |
आर्थिक मोर्चों पर भी विजयी होंगे | व्यापारी हो या नौकरी पेशा दोनों ही धन और सम्मान प्राप्त करेंगे |
कर्ज से छुटकारा मिलेगा | मन धार्मिक कार्यो में लगेगा |
इस दौरान आप किसी पुराने मित्र से जिससे आपका सम्बन्ध बिगड़ा हुआ है उससे माफ़ी मांगने की सोच सकते है और यदि आप ये कर पाए तो देवगुरु की असीम कृपा के पात्र बन जायेंगे | जीवन साथी के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे |
मकर
गुरु ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में होगा। आपके द्वादश भाव के साथ-साथ बृहस्पति आपके तृतीय भाव के भी स्वामी हैं।
आपको लंबी दूरी की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। यह यात्राएं काम के सिलसिले में या फिर निजी कारणों से भी हो सकती हैं।
धन को सोच समझ कर ही खर्च करें | यदि किसी को कर्ज दे रहे हैं तो भी सोच समझ कर दें |
घर में संपत्ति विवाद की सम्भावना है |
सरकारी लोगों से उलझने से बचें अपने सभी दस्तावेजों को अपडेट करें |
व्यर्थ के विवादों से समय बर्बाद हो सकता है अतः अपने मन को शांत रखें |
कुंभ
बृहस्पति देव का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है।
यह एक अच्छा समय है हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी |
समय का सदुपयोग करें, जीवन में प्लानिंग कर के अगला स्टेप लें |
स्वास्थ में सुधार होगा आप अपने को फिट महसूस करेंगे, जिससे आपकी ऊर्जा में वृद्धि होगी |
कार्यक्षेत्र में आपके कार्य से आपके सीनियर प्रभावित होंगे |
धन और लाभ की प्राप्ति होगी |
जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बीतेगा |
आपकी मनोकामना पूर्ण होगी, जीवन में सफलता मिलेगी |
मीन
बृहस्पति देव आपकी राशि और आपके दशम भाव के स्वामी हैं। बृहस्पति देव का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा।
नौकरीपेशा लोगों को नया पद या नया स्थान मिलेगा | प्रमोशन के साथ साथ ट्रांसफर होने की उम्मीद है | विदेश भी जाने का प्रबल योग है |
पारिवारिक जीवन में अच्छा फल दिख रहा है | सेहत में सुधार होने की सम्भावना है, इस दौरान आप योग से जुड़ सकते है |
धन के कई स्त्रोत खुलेंगे |
जम के मेहनत करें क्योंकि मेहनत का फल मिलेगा |
कर्ज से मुक्ति भी संभव है