Tula - Libra
- 11 December 2013
Jupiter Transit
बृहस्पति इस सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह होने के साथ साथ देवताओं के गुरु भी है और यह एक राशि में लगभग साल भर रहते है | ज्योतिष में गुरु से धन, धर्म, धार्मिक कृत्य और ज्ञान का कारक माना गया है | इनका राशि बदलना एक बड़ी ज्योतिष कि घटना होती है | इस वर्ष यह बदलाव और भी बड़ा है क्योंकि देवगुरु बृहस्पति अपनी उच्च के राशि यानि कर्क राशि में आ रहे हैं |
19 जून 2014 को सुबह 8:38मिनट पर देव गुरु बृहस्पति बुध की मिथुन राशि को छोड़ कर चन्द्रमा की राशि कर्क में गोचर करेंगे और इसी कर्क राशि में गुरु उच्च का प्रभाव देते हैं |
बृहस्पति के राशि परिवर्तन का प्रभाव
देव गुरु बृहस्पति वर्ष में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं एयर इस प्रकार बारह वर्षों में सभी 12 राशियों पर भ्रमण करते हैं, 19 जून को जब देव गुरु कर्क राशि में प्रवेश करेंगे तब शनि भी अपने उच्च राशि तुला में मौजूद रहेंगे और शुक्र भी स्वग्रही हो कर वृषभ राशि में रहेंगे यह एक अद्भुत संयोग बन रहा है, जो कि देश हित में होगा, धार्मिक ज्ञान में वृद्धि होगी, धर्म बढ़ेगा, शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव के संकेत हैं, धार्मिक शिक्षा या शिक्षा में धर्म का समावेश होगा | कुछ ऐसे नियम क़ानून बन सकते है जिस से आम इंसान को जीवन जीने में सुगमता हो | धार्मिक स्थलों का विस्तार और सुधार होगा | क्योंकि उच्च के शनि की दशम दृष्टि उच्च के गुरु पर है इस लिए नए कानून बनेंगे या काले धन पर कुछ बड़ा कार्य हो सकता है | टैक्स में बदलाव के योग भी है जो कि जान मानस के पक्ष में रहेंगे |
राशि पर होने वाला प्रभाव
मेष - मेष राशि वालों के लिए अच्छी खबर देवगुरु बृहस्पति आपके चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं इसके परिणामस्वरूप आपके सुखों में वृद्धि होगी, भूमि, भवन या वाहन खरीद का सुखद संयोग बन सकता है | आपका प्रभुत्व बढ़ेगा, आप धर्म के कार्यों में भी जुड़ेंगे | मान-सम्मान और पद में वृद्धि होगी | आपका सामाजिक दायरा बढ़ने से आपकी मित्रता प्रभावशाली व्यक्तियों से होगी | विदेश यात्रा या फिर धार्मिक तीर्थाटन संपन्न होगा |
उपाय- शनि, राहु, केतु के उपाय करें |
वृष – देवगुरु बृहस्पति का यह राशि परिवर्तन आपके पराक्रम भाव में हो रहा है और यह आपके लिए शुभ है | आपका पराक्रम बढ़ेगा इसी कारण आपके आत्मविश्वास में इजाफा होगा, सोच धर्मिक तौर पर बदलेगी | आपके बॉस और मित्र आपके काम की तारीफ़ करेंगे, किसी बड़े कार्य का भार आपको मिल सकता है जिसको आप बखूबी निभाएंगे | स्वास्थ्य अगर ख़राब है तो विशेष ध्यान रखें और यदि आप पूरी तरह से फिट है तो भी स्वास्थ्य का ध्यान रखना उचित रहेगा | जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बीतेगा, यदि कोई आपसी मतभेद था तो वो भी देवगुरु सही कर देंगे | यात्राएं होती रहेंगी जो की भाग्योदयकारी है |
उपाय- देवी आराधना से लाभ होगा |
मिथुन –देवगुरु बृहस्पति अभी तक आपकी ही राशि में थे इस गोचर के बाद गुरु आपकी राशि के दूसरे भाव में आ जाएंगे | धन के लिहाज से अच्छी खबर सुनने को मिलेगी, आपकी ख्याति बढ़ेगी | आपके शत्रु और विरोधी शांत होंगे | धन संचय जो काफी समय से आपने नहीं किया है उसको आप पुनः शुरू करेंगे | आप नए कार्य प्रारम्भ करने की सोच रहे है उसको प्रारम्भ करने का समय आ गया है |
उपाय- राहु- केतु की शांति करवाएं |
कर्क - आपकी राशि में ही हो रहा है देवगुरु का प्रवेश जो आपको पूरी तरह से सकारात्मक रहेगा, घर में किसी मांगलिक कार्य का योग बन रहा है | जो भी कर्कराशि वाला विवाह योग्य है उसके विवाह हो सकता है | आय और सम्मान बढ़ेगा | भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, ज्ञान और धार्मिकता में जुड़ाव और गहरा होगा | किसी बड़े धार्मिक अनुष्ठान का भी आप हिस्सा बनेंगे |
उपाय- राहु-केतु के उपाय अथवा शांति करवाएं |
सिंह – आपकी राशि के बारहवें भाव में देव गुरु बृहस्पति का गोचर धार्मिक खर्च करवा सकता है | विदेशों में बैठे मित्रों से जुड़ कर कोई कार्य करने से लाभ होगा | इस दौरान थोड़ा सावधानी बरतें किसी भी बड़े निर्णय को त्वरित ना लें किसी से सलाह अवश्य ले लें | वाहन लेना यदि चाह रहे हैं तो उस दिशा में आपको सहयोग मिलेंगे | विरोधी छुप कर वार कर सकता है अतः सावधान रहे |
उपाय- गुरु के जाप करें या करवाएं |
कन्या – एकादश भाव में गुरु का गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा आय का स्तोत्र बढ़ेगा | शिक्षा में सफलता के पूर्ण योग बन रहे हैं | भाई बहनों से सम्बन्ध में प्रगाड़ता आएगी | नया व्यापार या व्यापार को विस्तार देने के लिए उपयुक्त समय है | धार्मिकता का भाव जागृत होगा, धार्मिक कार्यों में आप बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे | स्वास्थ्य का ध्यान अवश्य रखें, पीठ और जोड़ दर्द परेशान कर सकता है |
उपाय-राहु-केतु की शांति अवश्य करवा लें |
तुला – देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके दशम भाव में है इसलिए बृहस्पति आपके कर्म क्षेत्र को विस्तार देंगे जो लोग नौकरी कर रहे हैं उनका प्रमोशन हो सकता है और व्यापारी लोग अपने व्यापार में विस्तार देंगे | काम के कारण यात्राओं के कई छोटे छोटे योग मिलेंगे जो शुभ परिणाम देंगे |
उपाय- शिव जी की आराधना से कल्याण होगा |
वृश्चिक – आपके भाग्य स्थान में गुरु का गोचर अत्यंत ही शुभ परिणाम देगा, पिछले काफी समय से साढ़ेसाती के कारण आप मानसिक तनाव झेल रहे थे उस से मुक्ति मिलेगी | आपक सम्मान बढ़ेगा, घर में आपको सुना जाएगा और घर का माहौल भी शांत होगा | धार्मिक, आध्यात्मिक ज्ञान में विकास होगा, किसी धार्मिक संस्थान में भी जुड़ सकते हैं |
उपाय- शनि के उपाय करें, शुभता बढ़ेगी |
धनु - देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपके अष्टम भाव में होना अनुकूल नहीं है अत: आपके मन की शांति कम हो सकती है | किसी भी नए काम करने से पहले जांच परख कर ही पूंजी निवेश करें अन्यथा लेने के देने पद सकते हैं | नवंबर से आपकी साढ़े साती भी प्रारम्भ हो रही है इसलिए धन को निवेश करने में ध्यान अवश्य दें | यही गुरु आपको आध्यात्मिक या किसी गुप्त विद्या की और आकर्षित कर सकता है |
उपाय - गुरु और शनि का जाप करवाएं |
मकर – देव गुरु बृहस्पति का आपके सप्तम भाव में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला है अत: आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी | जो विवाह योग्य है उनका विवाह हो सकता है | जीवन साथी से सम्बन्ध मधुर होगा | अत्यधिक जोश में कोई भी निर्णय लेने से बचें अन्यथा अति आत्मविश्वास आपको किसी झमेले में फंसा सकता है
उपाय - राहु- केतु की शांति करवाएं |
कुंभ –
छठे भाव में देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपको मिला जुला फल देगा | किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से पहले उसको अच्छे से समझ लें | मेहनत के हिसाब से फल ना आएं तो हताश ना हो और मेहनत बढ़ा दें फल मिलेगा | अपने पाचनतंत्र का विशेष ध्यान रखें | कोर्ट-कचहरी, मुकदमा और काले कोट वालों से पाला पड़ेगा |
उपाय - गुरु के उपाय करें | हनुमान जी की उपासना करें |
मीन - देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि के पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं जो आपको शुभ परिणाम देंगे | आपका आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा | लव-अफेयर के मामले में भाग्य का समर्थन मिलेगा | धन-मान-सम्मान में वृद्धि होगी | पानी के इन्फेक्शन से सावधान रहे तो अच्छा रहेगा |
उपाय - केतु-राहु के उपाय करें |