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नवग्रह तांत्रिक मंत्र

navgrah mandal

कल आपको मैंने नवग्रहों के वैदिक मंत्र बताये, आज जानिए नवग्रह के तांत्रिक मंत्र यह तांत्रिक मंत्र वैदिक मन्त्रों से आसान होते हैं परन्तु इसको भी किसी विद्वान पुरोहितों द्वारा संपन्न करवाना चाहिए | क्योंकि इनको पूरी संख्या में जाप कर के हवन कर देने भर से लाभ नहीं होता यह तांत्रिक मंत्र हैं तो इसमें बलि* की आवश्यकता भी पड़ती है |

नोट : बलि का अर्थ पशु बलि नहीं है

 सूर्य 

ॐ घृणि: सूर्याय नमः

मंत्र संख्या - 7000
समिधा - मदार

चन्द्र 

ॐ सों सोमाय नमः

 मंत्र संख्या - 12000
समिधा - पलाश

मंगल 

ॐ अंगारकाय नमः

मंत्र संख्या - 11000
समिधा - खैर

बुध 

ॐ बुं बुधाय नमः

मंत्र संख्या -21000
समिधा - चिडचिडा

गुरु 

ॐ बृं बृहस्पतये नमः

मंत्र संख्या - 19000
समिधा - पीपल

शुक्र 

ॐ शुं शुक्राय नमः

मंत्र संख्या - 26000
समिधा - गूलर

शनि 

ॐ शं शनैश्चराय नमः

मंत्र संख्या - 23000
समिधा - शमी

राहु

ॐ रां राहवे नमः

मंत्र संख्या - 18000
समिधा - दुर्बा

केतु 

ॐ कें केतवे नमः

मंत्र संख्या - 14000
समिधा - कुशा

यदि आप अपना या अपने परिवार में किसी भी सदस्य का नवग्रह पुरश्चरण अथवा किसी भी ग्रह-शांति पूजन-जाप-हवन करवाना चाहते हैं, तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं | तीर्थराज प्रयाग की पावन भूमि पर योग्य पुरोहितों द्वारा आपका पूजन उचित मुहूर्त में संपन्न करवाया जायेगा

संपर्क सूत्र - 9198413333, 9336236493

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