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- 12 April 2014
इस बार होलिका दहन के बाद होरियारों को रंग खेलने के लिए 24 घंटे का इंतजार करना पड़ेगा। ज्योतिषाचार्य अमित बहोरे के अनुसार, भद्रा रहित पूर्णिमा के मान के कारण होलिका दहन 22-23 मार्च की रात 3 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर तड़के सुबह 5 बजकर 37 मिनट तक ही संभव है। वहीं होली का रंग 24 मार्च को सूर्योदय के बाद खेला जाएगा। प्रतिपदा, चतुर्दशी, भद्रा, सूर्योदय काल में होलिका दहन नहीं होता है, दहन पूर्णिमा में ही संभव है। 22 मार्च को चतुर्दशी दोपहर 2:29 बजे तक है, इसके बाद पूर्णिमा लगेगी। 23 मार्च शाम 4:07 बजे तक पूर्णिमा है। लेकिन पूर्णिमा पर भद्रा काल लगा है जो कि 23 की सुबह हटेगा। ऐेसे में 23 मार्च को तड़के 3:18 बजे से 5:37 बजे तक ही होलिका दहन कल्याणकारी रहेगा।
23 मार्च को सुबह 3:18 बजे से 4:05 बजे तक मकर लग्न रहेगा। बेहतर स्थिर लग्न कुंभ है जो कि 4:06 बजे से 5:37 बजे तक रहेगा इसलिए इस दौरान होलिका दहन करना श्रेष्ठ रहेगा।
निर्णय सिन्धु के अनुसार पूर्णिमा पर होलिका दहन कर के प्रतिपदा पर रंग खेलना चाहिए | वहीं रंग खेलने के लिए 24 मार्च को सूर्योदय के बाद सुबह 6 बजे से दोपहर तक का समय बेहतर है, इलाहाबाद में होली पर रंग दो दिन खेला जाता है उस हिसाब से बृहस्पतिवार और शुक्रवार को रंग खेला जाना चाहिए | बुधवार की शाम को अबीर गुलाल की छोटी होली खेल सकते हैं |
सरल भाषा में समझें : होलिका दहन - बुधवार को तडके (मंगल/बुध ) 3:18 से 5:37 के बीच रंग खेलें - गुरुवार को इलाहाबाद के लोग गुरुवार और शुक्रवार को बुधवार की शाम को अबीर गुलाल से होली खेलें (छोटी होली मनाएं )