Mithun Remedy
- 18 March 2014
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने का अद्भुत सबसे उत्तम समय होता है, आइये जाने की क्या छोटे छोटे उपाय कर के हम अपने सोये भाग्य को जगा सकते हैं ...
आपको सबसे पहले यह जानकारी देना अति आवश्यक है कि दीपावली एक दिन का नहीं पञ्च दिवसीय पूजन है जिसका प्रारम्भ धनतेरस से हो जाता है और भैया दूज तक चलता है |
वास्तु दोष दूर करने हेतु :-आज लगभग सभी घर में वास्तु दोष होता है और वास्तु दोष को शांत करने का सबसे आसान और प्रभाशाली उपाय धनतेरस को पूजन के उपरांत एक दीपक जलाया जाना चाहिए जो भैया दूज तक जलता रहे, इस से उस स्थान के वास्तु दोष शांत होते हैं |
लक्ष्मी कृपा के लिए:- यदि आप चाहते हैं पूरे साल आप पर लक्ष्मी जी खुश रहे तो नरकचतुर्दशी को सफाई के बाद घर के सभी झाड़ू को घर के बाहर फेंक दें और दीपावली वाले दिन बाजार से नयी झाड़ू खरीद कर लाएं, दीपावली पूजन से पहले पूजन स्थान पर उसी नयी झाड़ू से सफाई करें और पूजन निपटा लें | अगले दिन सूर्योदय से पूर्व पूरे घर में उसी नयी झाड़ू से पूरे घर में झाड़ू लगा के घर का कचरा घर के बाहर फेंक दें | पूरे वर्ष माता लक्ष्मी की पूर्ण कृपा बनी रहेगी |
छिपकली से वैसे तो लोगों को घृणा आती है या कई लोग तो डरते हैं, परन्तु यदि छिपकली के दर्शन यदि धनतेरस पर हो जाएँ तो पूरे वर्ष धन की कमी नहीं रहती |
ऋण मुक्ति हेतु उपाय :- ऋण ऐसी समस्या है, जिसमें मनुष्य फँस जाए तो निकल पाना मुश्किल होता है जो इस समस्या से निकल जाता है वह व्यक्ति भाग्यशाली है वरना कई पीढ़ियाँ निकल जाती हैं। दीपावली के दिन छोटा सा टोटका (उपाय) करें। दीपावली की रात्रि को ठीक 12 बजे पाँच गुलाब के फूल लें, इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा लेकर अपने सामने बिछाएँ, फिर उसकी चौकोर कर लें, फिर इन पाँचों गुलाब के फूल को एक-एक करके गायत्री मंत्र पढ़ते हुए कपड़े के मध्य में रखते रहें। फिर बाँधकर ऊपर रख दें।
गायत्री मंत्र निम्न है- "ऊँ भुर्भुव: स्व: तत्सवितुवरेण्यम भर्गो देवस्यधीमही धियो योन: प्रचोदयात् ॥"
धन-धान्य एवं विशिष्ट लाभ प्राप्ति हेतु :-दीपावली की रात को बारह बजे से एक के मध्य गंगाजल एवं सवा सौ ग्राम बेसन की पीली बर्फी अपने पास में लेकर आसन पर बैठ जाएँ।
उसके बाद निम्न मंत्र की माला 11 बार जपें। ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवसाय, धन धान्यधिपतयेधन धान्य समृद्धि में देहि दापय स्वाहा ॥
ये कर्म करने के पश्चात पीली मिठाई बच्चों को बाँट दें एवं गंगाजल अपने कार्यस्थल में छिड़क दें। प्रतिदिन 9 माला करने से लक्ष्मी की कृपा से धन्य-धान्य की वृद्धि होगी। व्यापारी बंधु अवश्य करें।
धनतेरस के बारे में अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें
⇓⇓⇓⇓⇓⇓⇓
छोटी दीपावली या नरकचतुर्दशी के बारे में अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें ...
⇓⇓⇓⇓⇓⇓⇓
दीपावली के बारे में अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें
⇓⇓⇓⇓⇓⇓⇓
दीपावली की हार्दिक शुभकामना ...