रामायण के प्रकार
- 24 April 2020
दिशा शूल होता है अर्थात इस दिन इन दिशाओं की और यात्रा नहीं करनी चाहिए|
बुध को उत्तर दिशा का स्वामी होते हुए भी बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा निषेध है|
विशेष:-यदि एक जगह से रवाना हो कर उसी दिन गंतव्य स्थान पर पहुंच जाना तय हो तो ऐसी यात्रा में तिथि- वार नक्षत्र,दिशा-शूल,प्रतिशुक,योगनी आदि का विचार नहीं होता है |
आपातकालीन यात्रा :-यदि फिर भी किसी कारन वश आपातकालीन यात्रा करनी पड ही जाये और दिशा शूल भी हो, तो नीचे लिखे उपाए कर के यात्रा कर सकते हैं |
दिशा शूल के प्रकोप से बचा जा सकता है और आप अपनी यात्रा को सुखद पूर्वक और मंगलमय बना सकते है|