भिक्षुवर्य अवतार
- 01 February 2015
कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
धर्म स्थानों में नंगे पांव जाएं।
नदी पार करते समय उसमें तांबे का सिक्का प्रवाहित करें।
माता से चांदी-चावल लेकर पास रखें।
पलंग में तांबे का टुकड़ा लगाएं।
चांदी के बर्तन में दूध-पानी पीएं।
घर की नींव में चांदी की ईंट लगवाएं।
चावल, चांदी व दूध, बेटी या संतान को दें।
गेहूं, गुड़ और तांबा दान करें।
दुर्गा पाठ करें।
कन्यादान में सामान दें।
सफेद वस्तुओं से निर्मित चीजों का व्यापार ना करें।
माता की सलाह का पालन करें।
धार्मिक कृत्यों को हमेशा कार्यरूप दें।
तीर्थ स्थानों की यात्रा करने से किसी को ना रोकें।
अपना रहस्य किसी को कभी ना बताएं।
घर में खरगोश ना पालें।
सार्वजनिक तौर से पानी पिलाएं।
सदाचार का पालन करें।
27 वर्ष से पूर्व विवाह ना करें।
पितरों के नाम का खाना चिड़ियों को खिलाएं।
सूर्य से संबंधित चीजें धर्म स्थान में दें।
यदि आप डॉक्टर हों तो रोगियों को मुफ्त दवा दें।