बिल्वाष्टक
- 24 August 2015
भाग्य स्थान में बैठा गुरु आपके प्रेमसंबंध को स्थिरता और प्रगाड़ता प्रदान करेगा, सम्बन्ध विवाह तक पहुचने का पूर्ण योग है |
पंचम भाव में केतु कभी कभी विवाद दे सकता है परन्तु उस पर देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि विवाद को लम्बा नहीं होने देंगी |
परिवार के सदस्यों का पूर्ण सहयोग मिलेगा |
जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, घर पर कोई मांगलिक कार्य होने की पूर्ण सम्भावना है |
निसंतान दम्पति संतान प्राप्ति के भी आसार है |
कैसे होते हैं वृश्चिक (Scorpio) राशि वाले जातक ?
वृश्चिक - शिक्षा व कैरियर 2015