स्फटिक की माला के लाभ
- 29 May 2022
अंक ज्योतिष ज्योतिष का महत्वपूर्ण अंग है अंक ज्योतिष के अनुसार जन्म तारीख के कुल योग को मूलांक कहते है , DD :MM :YYYY के कुल योग को भाग्यांक कहते है, उदाहरण : मेरा जन्म तीन सितम्बर उन्नीश सौ अस्सी में हुआ तो तारीख = 03 : 09 : 1980 मूलांक = DD= 0 + 3 = 3 हुआ भाग्यांक = DD + MM + YYYY (03 : 09 : 1980 ) हुआ = 3 +9 +1980 = 12 + 1980 = 12 +18 = 3 + 9 = 12 = 3 (भाग्यांक ) मेरा मूलांक और भाग्यांक दोनों ही 3 आया इस तरह से आप भी अपना मूलांक और भाग्यांक जान सकते हैं | मूलांक और भाग्यांक के अनुसार काम करने से जीवन में रुके हुए काम पूरे होते चले जाते है :- अंकज्योतिष में नौ ग्रहों सूर्य, चन्द्र, गुरू, राहु , बुध, शुक्र, केतु , शनि और मंगल की विशेषताओं के आधार पर गणना की जाती है। इन में से प्रत्येक ग्रह के लिए 1 से लेकर 9 तक कोई एक अंक निर्धारित किया गया है, कौन से ग्रह पर किस अंक का असर होता है। ये नौ ग्रह मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। आइये जाने किस अंक का कौन स्वामी है :- जन्म तारीख 1, 10, 19, 28 = 1 का स्वामी सूर्य है 2, 11, 20, 29 = 2 स्वामी चंद्रमा 3, 12, 21, 30 = 3 स्वामी गुरू 4, 13, 22, 31 = 4 का स्वामी राहु 5, 14, 23 = 5 स्वामी बुध 6, 15, 24 = 6 स्वामी शुक्र 7, 16, 25 =7 स्वामी केतु 8, 17, 26 =8 स्वामी शनि 9, 18, 27 =9 स्वामी मंगल