गुरु का तुला राशि में गोचर 2017
- 13 September 2017
आषाढ़ मास हिन्दू पंचांग का चौथा मास होता है, आसाढ़ मास अंग्रेजी कैलेंडर के जून या जुलाई महीने में प्रारंभ होता है | इसका प्रारंभ वट-सावित्री पूर्णिमा के अगले दिन से होता है |
रथ-यात्रा, देव-शयनी एकादशी, गुरु-पूर्णिमा
इस मास में जन्म लिए हुए जातक विलक्षण स्वाभाव के पर अक्खड़ प्रकृति के होते हैं |
शरीर से पतले और वर्ण से गोरे होते हैं |
ये अपने कष्टों को और परेशानियों को बढ़ा- चढ़ा के व्यक्त करते हैं तथा अनुभव करते हैं, लेकिन विपत्ति से घबराते नहीं हैं |
अपने कुटुम्बी जनों से स्नेह कम मिलता है पर इनकी मित्र-मंडली काफी बड़ी होती है |
ये लोग स्फूर्तिवान, दृढ विचारों के स्वास्थ्य तथा बलिष्ठ होते हैं |
भोग-लिप्सा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं |
इनकी आर्थिक स्थिति सामान्य रहती है, भाग्योदय 26 वर्ष से आरम्भ हो जाता है |
स्वास्थ्य साधारण ही रहता है, जीवन में अनेक बार रोग का विशेष कष्ट भी भोगना पड़ता है |
संतान सुख साधारण रहता है |