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- 19 June 2021
प्रतिपदा वाले दिन माता को नैवेद्य में गौ घृत का भोग लगाएं इससे रोगों से मुक्ति और आरोग्यता की प्राप्ति होती है |
द्वितीय दिन माता को नैवेद्य में शर्करा(चीनी) का भोग लगाने से दीर्घ-आयु की प्राप्ति होती है |
तृतीया दिन माता को नैवेद्य में गौ दुग्ध का भोग लगाने से समस्त दुखों से मुक्ति मिलती है |
चतुर्थी वाले दिन माता को नैवेद्य में मालपुआ का भोग लगाने से समस्त विप्पतियों का नाश होता है |
पंचम दिवस माता को नैवेद्य में केले का भोग लगाने से बुद्धि और विवेक का विकास होता है और पारिवारिक शक्ति बढ़ती है |
षष्ठ दिवस पर माता को नैवेद्य मैं शुद्ध शहद का भोग लगाने से आकर्षण व् सुंदरता में वृद्धि होती है |
सप्तम दिवस माता को नैवेद्य के रूप में गुड का भोग लगाने से व्यक्ति शोक रहित हो जाता है |
अष्टम दिवस माता को नैवेद्य में नारियल का भोग लगाने से समस्त पीडाओं का शमन होता है |
नवम दिवस पर माता को धान का भोग लगाने से व्यक्ति लोक परलोक का सुख भोगता है |
दसवें दिन माता को नैवेद्य में काले तिल का भोग लगाने से परलोक भय से मुक्ति मिलती है |
उपर्युक्त भोग शास्त्रों में विशेष मनोकामना के लिए चढ़ाये जाते है इसके अलावा हलवा, दूध से बनी मिठाइयां, लाल फल इत्यादि अपनी सक्षमतानुसार चढ़ाएं |
आप सभी भक्तों से अनुरोध है, अपने समस्त मित्रों व् करीबी लोगों को इन नैवेद्यों के बारे में बताये और पुण्य के भागी बनें .......
माता की कृपा हम सब पर बरसे ऐसी मेरी कामना है ......
आपका मित्र
अमित बहोरे