Scorpio - वृश्चिक
- 29 October 2014
शनि १६ मई २०१२ को सुबह ६:४१ मिनट पर वक्री हो कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे, शनि का वक्री होना एक बड़ा बदलाव होगा | पुनः २५ जून को शनि मार्गी होंगे और ४ अगस्त को शनि तुला राशि में वापसी करेंगे | लगभग ढाई महीने का समय शनि का यह बदलाव बड़ा राजनैतिक परिवर्तन के साथ साथ मौसम में भी उतार चढाव लाएगा |
शनि का वक्री होना -
वक्री का मतलब उल्टा होना है -जब कोई भी ग्रह अपनी सामान्य गति (मार्गी )को छोड कर उल्टी दिशा यानि विपरीत दिशा(वक्री) में चलना शुरू कर देता है तो ऐसे ग्रह की इस गति को वक्र गति कहा जाता है तथा वक्र गति से चलने वाले ऐसे ग्रह विशेष को वक्री ग्रह कहा जाता है। उदाहरण के लिए जैसे शनि इस समय तुला राशि में है और यदि सामान्य गति से शनि चलता तो वह वृश्चिक राशि की तरफ चलता, परन्तु वक्री होने के कारण वह फिर से कन्या राशि पर जा रहा है |
ज्योतिष के अनुसार सूर्य और चंद्र कभी भी वक्री नहीं होते, राहू और केतु सदैव वक्री ही रहते हैं और बचे हुए सभी ग्रह मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र व शनि समय समय पर मार्गी व वक्री होते रहते है |
शनि के वक्री होने से बदलाव
वर्तमान में शनि से प्रभावित राशियाँ हैं -
शनि के वक्री होने के बाद का बदलाव-
शनि का कन्या राशि में प्रवेश के साथ ही वृश्चिक राशि साढ़े साती के प्रभाव से मुक्त हो जायेगी और कर्क व मीन राशि ढैय्या से मुक्त हो जायेगी और सिंह, मिथुन व कुंभ राशि शनि के प्रभाव में आ जायेगी |
प्रत्येक राशि पर इस बदलाव का असर -
मेष - कार्यक्षेत्र में सफलता के योग हैं, शत्रुओं कि वृद्धि को आप अपने प्रयास से परास्त करने में सफल होंगे |
वृष- धन लाभ के योग बने हुए हैं, पदोन्नति होना संभव है | कार्यक्षेत्र और विस्तृत होगा |
मिथुन - सम्मान बढ़ेगा, यात्राओं का योग बन रहा है | विदेश से धन मिलने का सुखद संयोग बन रहा है |
कर्क - स्वास्थय का विशेष धयान दें | कर्म क्षेत्र में आपका प्रभाव बढ़ेगा, धन का आगमन होगा |
सिंह- लाभकारी स्थिति है, पहले साढ़े साती में आप परेशान हुए थे परन्तु शनि का यह बदलाव आपको मजबूत बनाएगा |
कन्या- मिश्रित फल मिलेगा | धन के लिहाज से अच्छा समय परन्तु स्वास्थय का विशेष ध्यान रखें |
तुला - परिश्रम से लाभ मिलेगा, पुरानी समस्या का निराकरण होगा | कोर्ट कचहरी के मामले उजागर हो सकते हैं |
वृश्चिक - मानसिक तनाव कम होगा, आय के स्तोत्र में वृद्धि के संभावना है | शनि के उपासना करें |
धनु - कर्म क्षेत्र में व्यापक बदलाव होगा जो आपके हित में होगा, धन के योग बनेगे | पुरानी समस्याओं का निराकरण होगा |
मकर - जितना परिश्रम करेंगे उस से जायदा लाभ मिलेगा और यदि परिश्रम नहीं करेंगे तो लाभ नहीं मिलेगा | भाग्य में वृद्धि होगी |
कुंभ - धन प्राप्ति के योग बन रहे है, संपत्ति का योग प्रबल बन रहा है | इन ढाई महीनो में संपत्ति आएगी | शनि कि उपासना करते रहे |
मीन - स्थान परिवर्तन का योग बना हुआ है, कार्य में परिश्रम से सफलता मिलेगी | शनि की उपासना करें |