Taurus Love 2015
- 02 December 2014
भगवान शिव का छठे अवतार हैं शरभावतार।
शरभावतार में भगवान शिव का स्वरूप आधा मृग (हिरण) तथा शेष शरभ पक्षी (आख्यानिकाओं में वर्णित आठ पैरों वाला जंतु जो शेर से भी शक्तिशाली था) का था।
इस अवतार में भगवान शंकर ने नृसिंह भगवान की क्रोधाग्नि को शांत किया था।
लिंगपुराण में शिव के शरभावतार की कथा है, उसके अनुसार हिरण्यकश्पू का वध करने के लिए भगवान विष्णु ने नृसिंहावतार लिया था। हिरण्यकश्यपू के वध के पश्चात भी जब भगवान नृसिंह का क्रोध शांत नहीं हुआ तो देवता शिवजी के पास पहुंचे। तब भगवान शिव शरभ के रूप में भगवान नृसिंह के पास पहुंचे तथा उनकी स्तुति की, लेकिन नृसिंह की क्रोधाग्नि शांत नहीं हुई तो शरभ रूपी भगवान शिव अपनी पूंछ में नृसिंह को लपेटकर ले उड़े। तब भगवान नृसिंह की क्रोधाग्नि शांत हुई। उन्होंने शरभावतार से क्षमा याचना कर अति विनम्र भाव से उनकी स्तुति की।
आज मकर संक्रांति पर्व के उपलक्ष्य में एस्ट्रो प्रयाग शोध
सामूहिक बजरंग बाण पाठ
सामूहिक रुद्राभिषेक 2021
सामूहिक रुद्राभिषेक एवं पर्यावरण रक्षा महायज्ञ
पंचदिवसीय ऑनलाइन योग कैंप
खिचड़ी वितरण एवं गंगा आरती
सामूहिक रुद्राभिषेक एवं पर्यावरण रक्षा महायज्ञ
सामूहिक रुद्राभिषेक एवं पर्यावरण रक्
"Great article and will be focussing on testimonials next. I am confident after reading your astro info that they will play a big part in improving life style. many thanks
"
"Excellent insight into adding “real” testimonials, and I just added some trying to follow these best practices. These had been added to my Google business page and another industry specific site.
"
I see some sites using one of the many plugins that display testimonials… thoughts? They seem to have a lot of features.