Surya Remedy
- 07 June 2014
वर्ष २०१५ प्रेम सम्बन्ध के लिए मिला जुला कह सकते हैं, जबकि देवगुरु बृहस्पति एकादश भाव से दृष्टि डाल के प्रेमसम्बन्ध को बढ़ा रहे है परन्तु लग्न और सप्तम में बैठे राहु-केतु अनावश्यक क्रोध और अहंकार बढ़ा रहे है जिस से तकरार नहीं रुकेगा |
विवाह योग्य लोगों का विवाह तय हो सकता है, विवाह भी वर्ष २०१५ में संभव है |
परिवार में बड़े भाई का पूर्ण सहयोग मिलेगा, जीवनसाथी से तकरार और उसके सेहत के लिए फ़िक्र संभव है |
यदि आप संतान चाहते हैं, तो संभवतः इस वर्ष शुभ समाचार मिल सकता है |
परिवार में मांगलिक कार्य का योग प्रबल है |
कैसे होते हैं कन्या (Virgo) राशि वाले जातक ?