Karjon se pareshan Aaj ka Insaan
- 22 April 2011
आश्विन मास को क्वार भी कहते हैं , आश्विन मास हिन्दू पंचांग का सातवाँ मास होता है | आश्विन मास अंग्रेजी कैलेंडर सितम्बर या अक्टूबर महीने में प्रारंभ होता है | इसका प्रारंभ श्राद की पूर्णिमा के अगले दिन से होता है |
पितृ-पक्ष (श्राद), शारदीय नवरात्री, दुर्गा-पूजा, विजयादशमी (दशहरा), शरद पूर्णिमा
आश्विन मास में जन्म लिए हुए जातक दयालु सदाचारी, परोपकारी, संवेदनशील तथा तीक्ष्ण बुद्धि संपन्न होते हैं, ये असंभव कार्य को भी संभव कर दिखाते हैं |
बड़े व्यवसास तथा बड़े कार्यों में इनकी विशेष रूचि होती है |
इनका स्वाभाव उत्तम तथा परोपकारी होता है | ये किसी भी बात पर निर्णय शीघ्र ले लेते हैं |
इनका मस्तिष्क ज्ञान-विज्ञान का भंडार होता है |
ये लोग दुश्चरित्र स्त्रियों के चक्कर में नहीं पड़ते हैं |
इनका भाग्योदय बाल्यावस्था से ही प्रारंभ हो जाता है |
27 वर्ष की आयु में पूर्ण सफलता मिलती है | स्वास्थ्य प्रायः अच्छा बना रहता है |