Vrishcik Remedy
- 18 March 2014
सुमन सुवन्दित सुन्दरि माधवी चन्द्र सहोदरी हेममये | मुनिगण मंडित मोक्ष प्रदायिनी मंजुल भाषिणी वेदानुते || पंकज वासिनी देवसुपुजित सदगुण वर्षिणी शांतियुते | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! मां परिपालय ह्याद्यामये ||१||
धान्यलक्ष्मी | Dhanya Lakshmi
अयिकलि ! कल्मष नाशिनि ! कामिनी ! वैदिक रुपिणी वेदमये ! समुद्र समुद्भव मंगल रूपिणी ! मन्त्र निवासिनी मन्त्रयुते | | मंगल दायिनि अम्बुज वासिनि देव गणाश्रित पदमयुते | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! देहि धरा धन धान्यमये || २||
धैर्यलक्ष्मी | Dhairya Lakshmi
जय वर वर्णिनी ! वैष्णवी ! भार्गवी ! मन्त्र स्वरूपिणी मन्त्रमये ! सुरगणपूजित शीघ्रफलप्रद ज्ञानविकासिनी शास्त्रनुते || भवभयहारिणी पाप विमोचनि साधुजनाश्रित पादयुते | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! देहियमाश्रय धैर्यप्रदे ||३||
गजलक्ष्मी | Gaj Lakshami
जय जय दुर्गति नाशिनी! भामिनी ! सर्वफलप्रदा शास्त्रमये | रथगज वीति पदाति समावृत परिजन मंडित लोकयुते || हरिहर ब्रम्हा सुपूजित सेवित ताप निवारिणी पादयुते | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! हे गजलक्ष्मी ! नागमये ||४||
संतानलक्ष्मी | Santan Lakshmi
अयि ! खगवाहिनी मोहिनी ! चक्रिणी ! रागविवर्धिनी गानमये | गुणगण वर्रिधि ! लोक हितैषिणी ! स्वर गण भूषित गानयुते || सकल सूरासुर देवमुनीश्वर ! मानव वन्दित पदममये | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! वंश विवर्धय पुत्रप्रदे || ५ ||
विजय लक्ष्मी | Vijaya Lakshmi
जय कमलासिनि! सत्गति दायिनी ! ज्ञान विकासिनी ज्ञानमये | अनुदिनमर्चित कुमकुम धूसर-भूषित वासित वाद्ययुते || कनकधरा स्तुति वैभव वन्दित शंकर देविक मान्यमये | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! देहि जयं मम जयप्रदे || ६ ||
विद्यालक्ष्मी | Vidya Lakshmi
प्रणत सुरेश्वरी भारती भार्गवी! शोक विनासिनी रत्नमये | मणिमय भूषित कर्ण विभूषण ! शांति समावृत हास्यमुखे: || नवनिधि दायिनी कलिमलहरिणी कामित फलप्रद हस्त युते | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! पंडित मंडित ज्ञान प्रदे || ७ ||
धनलक्ष्मी | Dhan Lakshmi
धिमि धिमी धिंधिमी धिंधिमी धिंधिमी ! दुन्दुभी नाद सुपूर्णमये | घूम घूम घुंघुम घुंघुम घुंघुम शंख निनाद सुवाद्यनुते || वेदपुराणेतिहास सुपूजित वैदिक मार्ग प्रदर्शयुते | जय जय हे ! मधुसुदन कामिनी ! देहि धनं धन लक्ष्मयुते || ८ ||
इस अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का दीपावली से प्रारम्भ कर के नियमित पाठ करने से माता लक्ष्मी की कृपा पूर्ण रूप से प्राप्त होती है | आपके जीवन की समस्त समस्याएं धीरे धीरे कम होने लग जाएँगी | || जय माँ लक्ष्मी ||