कुन्जिका स्तोत्रं
- 14 September 2016
नाम अक्षर - भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी
पूर्व दिशा वाले मकान में निवास करें।
बंदरों की सेवा करें।
गीली मिट्टी से तिलक करें।
दूध में चीनी मिलाकर बरगद के वृक्ष में डालें।
परायी स्त्री पर नजर ना डालें।
असत्य भाषण ना करें।
स्लेटी रंग की भैंस पालें।
सर्प को दूध पिलाने के लिए सपेरे को पैसे दें या स्वयं दूध पिलाएं।
मद्यपान का निषेध रखें।
घर के किसी हिस्से को अंधेरा ना रखें।
केतु संबंधी उपाय कर सकते हैं।
कुएं में दूध डालें।
भैंसों, कौओं और मजदूरों को भोजन दें।
नदी में शराब प्रवाहित करें।
काला, नीला व फिरोजी कपड़ा ना धारण करें।
हमेशा अपने पास स्वर्ण या केसर रखें।
अखरोट धर्म स्थान में चढ़ाएं और थोड़ा-बहुत घर में लाकर रखें।
48 वर्ष से पहले घर ना बनवाएं।
चमड़े या लोहे की बनी नयी वस्तु ना खरीदें।
मिट्टी के बर्तन में शहद भरकर निर्जन स्थान में दबाएं।
बांसुरी में चीनी भरकर सुनसान जगह में गाड़ें।