सावन 2018
- 06 July 2018
हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है. देवी-देवताओं की पूजा में शंख का विशेष स्थान होता है, शास्त्रों में दक्षिणमुखी शंख को भगवान नारायण का रूप माना गया है | यह देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का प्रिय शंख है | देवी लक्ष्मी, माता दुर्गा और भगवान विष्णु के हाथों में दक्षिणमुखी शंख है | मान्यताओं के अनुसार, जिसका मुंह दक्षिण भाग की ओर खुलता है, उसे दक्षिणावर्ती शंख कहा जाता है | इसलिए दक्षिण की ओर देवी लक्ष्मी, भगवान विष्णु और मां दुर्गा का वास होता है | आचार्य अमित बहोरे के अनुसार, दक्षिणमुखी शंख घर में रखना शुभ माना जाता है | इससे घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है | इसको सदैव ही जोड़े में रखना शुभ माना जाता है | घर के मंदिर में अथवा घर की तिजोरी में इसको पूजन उपरांत रखा जाता है |
दक्षिणावर्ती शंख के लाभ
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, जिस घर में पूजन घर में शंख स्थापित होता है, उस घर में हमेशा देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है |
घर में हमेशा धन-समृद्धि का वास बना रहता है|
वास्तु के अनुसार, यदि आप दक्षिणमुखी शंख की पूजा पूरे विधि-विधान से करते हैं, उसे लाल कपड़े में लपेटकर अपने घर में रखते हैं, तो आपके घर कभी भी धन की कम नहीं होगी, साथ ही घर के सभी वास्तुदोष से छुटकारा मिलेगा |
दक्षिणावर्ती शंख को घर के मंदिर में दक्षिण दिशा में स्थापित करने से घर में नकारात्मक शक्तियों को प्रवेश नहीं होता तथा घर पर सुख-समृद्धि का वास होता है |
दक्षिणावर्ती शंख द्वारा श्रीयंत्र का अभिषेक अथवा स्नान करवाने से आपके जीवन से दरिद्रता दूर होती है |
दक्षिणावर्ती शंख में अक्षत भर के रखने से घर पर कभी भी अन्न के कमी नहीं होती है |