Libra Education 2015
- 01 December 2014
14 -जनवरी-2014
प्रचलित नाम - मकर संक्रांति, खिचड़ी और पोंगल
प्रति माह होने वाला सूर्य का राशि परिवर्तन संक्रांति कहलाता है। सूर्य जब भी एक राशि से निकल कर दूसरी राशि में जाता है तो उसको सूर्य संक्रांति कहते हैं | 14 जनवरी के दिन सूर्य धनु राशि से निकल कर मकर राशि में जाता है तो इस दिन को मकर संक्रांति कहते हैं | सामान्यतया सभी लोगों को सूर्य की मकर संक्रांति का पता है, क्योंकि इस दिन दान-पुण्य किया जाता है। इसी दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। वैसे तो सूर्य संक्रांति 12 होती हैं, लेकिन इनमें से चार संक्रांति महत्वपूर्ण हैं, जिनमें मेष, कर्क, तुला, मकर संक्रांति हैं।
प्रति माह संक्रांति अलग-अलग वाहनों व वस्त्र पहन कर, शस्त्र, भोज्य पदार्थ एवं अन्य पदार्थों के साथ आती है इस बार संक्रांति निम्न वस्तुओं पर है
संक्रांति का वाहन - हाथी
उपवाहन - गधा
वस्त्र - रक्त
आयुध- धनुष
फल -मध्य
जाति -मृग
भक्षण - पेय
लेपन -गोरोचन
वय - प्रौढ़ा
पात्र - लोहा
भूषण - मुकुट
दक्षिण दिशा की और गमन करेगी।
नैऋत्य की और दृष्टि होती है।
जिस-जिस वस्तुओं पर संक्रांति आती है वह महंगी हो जाती है। जिस दिशा की ओर संक्रांति गमन करती है व जिस दिशा में संक्रांति की दृष्टि होती है उस दिशा को कष्ट रहता है। इस बार की मकर संक्रांति सरकार के लिए कष्टकारी होगी। जनवरी के बाद एक माह कठिन परीक्षा का भी हो सकता है। सूर्य 14 जनवरी को मकर में राहु के नक्षत्र आर्द्रा, योग ऐन्द्र, करण में रहेंगे।