Makar Remedy
- 18 March 2014
वैशाख मास हिन्दू पंचांग का दूसरा मास होता है, वैशाख मास अंग्रेजी महीने के अप्रैल या मई में प्रारंभ होता है | इसका प्रारंभ हनुमान जयंती (चैत्र-पूर्णिमा) के अगले दिन से होता है |
शिवलिंग पर अर्घा, अक्षय-तृतीया, बुध पूर्णिमा
वैशाख मास में जन्म लिए हुए जातक बड़े साहसी, मिलनसार, परोपकारी, बड़ी से बड़ी कठिनाइयों में धैर्य नहीं छोड़ते, स्थिरचित तथा इनकी विल पॉवर बहुत मजबूत होती है |
इनको इनकी झूठी तारीफ पसंद नहीं होती पर यह चाहते हैं कि हर कोई इनके आधीन रहे |
इनको शिक्षा प्राप्ति में अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है |
इनको पैत्रक व आकस्मिक धन का लाभ होता है |
शारीरिक रूप से यह कमजोर होते हैं | मौसमी बिमारियों से अक्सर इन्हें परेशान होते देखा जा सकता है |
इनका नैतिक आचरण प्रायः अच्छा रहता है |
21-28 वर्ष की आयु में भाग्य में परिवर्तन आता है तथा 22-35 वर्ष की आयु में पूर्ण भाग्योदय होता है |
इनका जीवन प्रायः सुखमय व्यतीत होता है | संतान सुख उत्तम होता है |