शनि की ढईया / पनौती
- 05 November 2014
श्रावण अर्थात सावन जो कि महादेव का अत्यंत प्रिय मास है, इस मास में हर तरफ हरियाली होती है और महादेव को प्रसन्न करने हेतु इस मास में जो भी प्रयास किये जाते है उस से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं, ऐसे तो सावन का संपूर्ण मास ही कल्याणकारी और अत्यंत शुभ है परन्तु नीचे इस सावन मास की महत्वपूर्ण तिथियों को बताया गया है -
यदि आप पूरे सावन महीने में उपासना नहीं कर सकते तो नीचे दी गयी तिथियों में शिव जी की उपासना कर के पुण्य के भागी बनें -
| सावन प्रारम्भ |
२० जुलाई |
बुधवार |
| प्रथम सोमवार व्रत | २५ जुलाई | सोमवार |
| मंगला गौरी व्रत | २६ जुलाई | मंगलवार |
| प्रदोष व्रत | ३१ जुलाई | रविवार |
| द्वितीय सोमवार /शिवरात्रि व्रत | १ अगस्त | सोमवार |
| मंगला गौरी व्रत/ हरियाली अमावस | २ अगस्त | मंगलवार |
| हरियाली तीज | ५ अगस्त | शुक्रवार |
| नागपंचमी | ७ अगस्त | रविवार |
| तृतीय सोमवार व्रत | ८ अगस्त | सोमवार |
| मंगलागौरी व्रत | ९ अगस्त | मंगलवार |
| चतुर्थ सोमवार |
१५ अगस्त |
सोमवार |
| गलागौरी व्रत/प्रदोष व्रत | १६ अगस्त | मंगलवार |
| रक्षाबंधन / सावन समाप्त | १८ अगस्त | गुरुवार |
यह सावन मास हम सब के जीवन के सुख, समृद्धि और शांति लाये ऐसी मेरी कामना हैं
सावन में शिव को प्रसन्न करने के उपाय अगले ब्लॉग में भोले का भक्त अमित बहोरे